दून अस्पताल में महिला स्वास्थ्यकर्मी की ड्यूटी के दौरान मौत, परिसर में मचा हड़कंप

दून अस्पताल में सोमवार को एक महिला स्वास्थ्यकर्मी की ड्यूटी के दौरान अचानक मौत हो गई, जिससे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। यह घटना उस समय घटी जब महिला कर्मी की हालत अचानक बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर पड़ी। इस दौरान उनके मुंह से खून निकलता हुआ पाया गया। अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा स्टाफ ने तत्काल महिला स्वास्थ्यकर्मी को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना का विवरण
मृतका की पहचान चित्रा भंडारी (46) के रूप में हुई है, जो नेहरू ग्राम की निवासी थीं। वह दून अस्पताल में एएनएम (आयुष नर्सिंग मिडवाइफ) के पद पर तैनात थीं। बताया जा रहा है कि वह कुछ दिनों से बीमार थीं, लेकिन आज उन्होंने ड्यूटी पर आकर काम किया। जबकि वह अवकाश पर थीं, लेकिन अचानक ड्यूटी के दौरान उनकी हालत खराब हो गई।
अस्पताल में तैनात डॉक्टरों और स्टाफ ने तत्काल महिला कर्मी को इमरजेंसी में पहुंचाया, जहां डॉ. एनएस बिष्ट ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक तौर पर यह आशंका जताई जा रही है कि महिला की मौत हार्ट अटैक या गंभीर निमोनिया जैसी बीमारी के कारण हुई हो सकती है। फिलहाल, मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।
महिला स्वास्थ्यकर्मी की मौत से अस्पताल में तनाव
महिला कर्मी की आकस्मिक मौत ने अस्पताल में एक गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। अस्पताल परिसर में मौजूद अन्य कर्मी और स्टाफ इस घटना से स्तब्ध हैं। इस मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन भी संवेदनशील है और उन्होंने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
संभावित कारणों पर विचार
डॉक्टरों का कहना है कि महिला स्वास्थ्यकर्मी बीते कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं, और इस कारण उनकी तबियत अचानक बिगड़ी हो सकती है। हालांकि, हार्ट अटैक या निमोनिया जैसी गंभीर बीमारियां भी इस घटना के पीछे हो सकती हैं, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही इन कारणों की पुष्टि हो पाएगी।
इस बीच, परिवार और अस्पताल प्रशासन ने एक-दूसरे से संवेदनाएं व्यक्त की हैं। इस दुखद घटना के बाद अस्पताल में सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
यह घटना दून अस्पताल के कर्मचारियों और अन्य मेडिकल स्टाफ के लिए एक कड़ा संदेश है कि स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।