उत्तराखंड: सड़क हादसों और प्राकृतिक आपदाओं के घायलों को मिलेगा तत्काल इलाज, ट्रामा नेटवर्क होगा तैयार

उत्तराखंड सरकार ने सड़क हादसों और प्राकृतिक आपदाओं में गंभीर रूप से घायल लोगों को समय पर सटीक चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए ट्रामा नेटवर्क तैयार करने की योजना बनाई है। इस नेटवर्क के तहत प्रदेश के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों, बड़े अस्पतालों और एम्स ऋषिकेश को सुविधाओं के आधार पर जोड़ा जाएगा।

ट्रामा नेटवर्क की मुख्य विशेषताएं:
- सीधे अस्पताल रेफरल सिस्टम:
किसी भी घायल मरीज को उसी अस्पताल में रेफर किया जाएगा, जहां उसकी जरूरत के हिसाब से तत्काल उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी। - दूरस्थ और पर्वतीय क्षेत्रों का ध्यान:
प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बड़े अस्पतालों और विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में उच्च चिकित्सा सुविधाएं नहीं होने के कारण मरीजों को अक्सर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भेजा जाता है, जिससे समय पर इलाज नहीं हो पाता। - सरकारी और निजी अस्पतालों का समन्वय:
इस नेटवर्क में सरकारी अस्पतालों के साथ एम्स ऋषिकेश, निजी अस्पताल और निजी मेडिकल कॉलेजों को भी जोड़ा जाएगा।
समस्या समाधान की दिशा में कदम:
प्रदेश सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए उच्च स्तर पर कई दौर की बैठकें आयोजित की हैं। जल्द ही इस नेटवर्क का शुभारंभ कर दिया जाएगा। यह नेटवर्क गंभीर मरीजों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा, क्योंकि इसके जरिए मरीज को तुरंत उसी अस्पताल में भेजा जाएगा, जहां सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
इस पहल से उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जाएगा और घायलों को समय पर बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा सकेगा।