मां की ममता हुई शर्मसार: मंदिर के पास झाड़ियों में मिली सात दिन की बच्ची

उत्तराखंड के बागेश्वर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। ठाकुरद्वारा वार्ड में नृसिंह मंदिर के पास झाड़ियों में सात दिन की बच्ची मिली, जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
झाड़ियों में रोती मिली बच्ची
सोमवार सुबह नृसिंह मंदिर के पुजारी राकेश तिवारी पूजा के लिए गए थे। उन्होंने झाड़ियों से बच्ची के रोने की आवाज सुनी। पुजारी ने पास में बकरी चरा रहे आनंद और रमेश को आवाज देकर बुलाया। तीनों ने झाड़ियों में जाकर देखा तो एक कट्टे के अंदर कपड़ों में लिपटी हुई बच्ची मिली। यह दृश्य देखकर सभी हैरान रह गए।
स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची को मिली राहत
बच्ची को तुरंत पास के घर ले जाया गया, जहां उसे दूध पिलाया गया। इसके बाद पुलिस को घटना की सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों के अनुसार, बच्ची करीब छह से सात दिन की है और फिलहाल उसकी हालत स्थिर है।
स्थानीय लोगों का बयान
- पुजारी राकेश तिवारी ने कहा: “यह घटना दिल को झकझोर देने वाली है। बच्ची को इस हालत में देखना बहुत दर्दनाक था।”
- आनंद ने बताया: “हमने तुरंत बच्ची को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और पुलिस को सूचित किया। यह घटना समाज के लिए एक संदेश है कि हमें बच्चियों की सुरक्षा के लिए जागरूक होना चाहिए।”
पुलिस की कार्रवाई
बागेश्वर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में बच्ची को झाड़ियों में छोड़ने वाले व्यक्तियों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने आसपास के लोगों से अपील की है कि वे इस मामले में कोई भी जानकारी साझा करें।
समाज के लिए संदेश
यह घटना समाज के लिए एक कड़ा संदेश है कि बच्चियों के प्रति इस तरह का असंवेदनशील व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। बच्ची को झाड़ियों में छोड़ने की यह घटना समाज में जागरूकता और जिम्मेदारी की कमी को दर्शाती है।
निष्कर्ष
बागेश्वर में घटी इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। बच्ची की देखभाल फिलहाल जिला अस्पताल में की जा रही है। यह घटना एक बार फिर से सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में बच्चियों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।