चैंपियन और उमेश के बीच विवाद: उत्तराखंड में सियासी पारा गर्म, कांग्रेस ने साधा निशाना

www.hillstime.in न्यूज़ डेस्क
उत्तराखंड में इन दिनों पूर्व विधायक कुंवर प्रताप चैंपियन और विधायक उमेश कुमार के बीच हुए विवाद ने सियासी माहौल को गर्म कर दिया है। इस विवाद के चलते राज्य में कड़ाके की ठंड के बावजूद सियासी पारा चढ़ा हुआ है। कांग्रेस ने इस पूरे मामले को लेकर राज्य की धामी सरकार पर तीखा हमला बोला है।
सियासी माहौल हुआ गर्म
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रेसवार्ता के दौरान धामी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में अजीबोगरीब हालात बने हुए हैं। उन्होंने पूर्व विधायक कुंवर प्रताप चैंपियन और विधायक उमेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों ने सभी सीमाएं पार कर दी हैं। माहरा ने कहा कि उत्तराखंड के राज्य आंदोलनकारियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन ऐसा माहौल देखने को मिलेगा, जहां जनता को अराजकता और अव्यवस्था का सामना करना पड़ेगा।
वायरल वीडियो का जिक्र
करन माहरा ने ऋषिकेश में हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि हाल ही में वायरल हुए वीडियो में गोलीबारी जैसी घटनाओं ने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि चैंपियन और उमेश कुमार जैसे लोग सरकार के संरक्षण में हैं और प्रदेश के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने का काम कर रहे हैं।
कानून व्यवस्था पर सवाल
माहरा ने दावा किया कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के संरक्षण में ही ऋषिकेश में मतगणना के दौरान बीजेपी समर्थकों द्वारा पहाड़ी लोगों के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसने आम जनता के बीच नाराजगी पैदा कर दी है।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस ने इस मामले को लेकर राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। करन माहरा ने बताया कि 28 जनवरी को प्रदेशभर में पुतला दहन किया जाएगा। इसके साथ ही, कांग्रेस इस पूरे मामले को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन सौंपेगी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि राज्य के शांतिपूर्ण वातावरण और कानून व्यवस्था की गंभीर समस्या है।
सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
माहरा ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि चैंपियन और उमेश कुमार जैसे नेता कानून के दायरे से बाहर जाकर काम कर रहे हैं और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार को इन घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और प्रदेश के नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना चाहिए।
जनता में नाराजगी
इस पूरे मामले ने उत्तराखंड की जनता के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। कांग्रेस ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो जनता का भरोसा सरकार से पूरी तरह उठ जाएगा।
निष्कर्ष
चैंपियन और उमेश कुमार के बीच विवाद ने उत्तराखंड में सियासी और सामाजिक माहौल को बिगाड़ दिया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाते हुए राज्य सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। अब देखना यह होगा कि इस पूरे मामले पर सरकार क्या कदम उठाती है और जनता का भरोसा कैसे बहाल करती है।