मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी मकर संक्रांति और उत्तरायणी पर्व की शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को मकर संक्रांति और उत्तरायणी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि सूर्यदेव की उपासना, दान और धर्म परायणता से जुड़ा यह पर्व हमारे जीवन में उत्साह और उमंग का संचार करता है।
मुख्यमंत्री ने इस पर्व को भारतीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का प्रतीक बताते हुए कहा कि मकर संक्रांति का दान-पुण्य और धार्मिक महत्व सभी के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
मकर संक्रांति का महत्व
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व मंगल कार्यों के शुभारंभ से जुड़ा हुआ है। भारतीय परंपरा में इस दिन को शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
- दान और पुण्य का पर्व: इस दिन किए गए दान और पुण्य का विशेष महत्व है। लोग गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन दान करते हैं।
- सांस्कृतिक एकता का प्रतीक: यह पर्व भारतीय संस्कृति की समृद्धि और एकता को दर्शाता है।
सूर्यदेव की उपासना का पर्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि मकर संक्रांति सूर्य देवता की उपासना का पर्व है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, जिसे उत्तरायण की शुरुआत माना जाता है। यह समय फसल कटाई और नई ऊर्जा के आगमन का सूचक है।
मुख्यमंत्री की कामना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भगवान सूर्य से प्रार्थना की कि यह पर्व सभी के जीवन में नई ऊर्जा, उत्साह और उमंग लेकर आए। उन्होंने कहा कि यह पर्व लोगों को सामाजिक सद्भाव, परोपकार और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
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मुख्य बातें
- मकर संक्रांति और उत्तरायणी पर्व की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं।
- सूर्यदेव की उपासना, दान और पुण्य पर आधारित पर्व।
- मंगल कार्यों के शुभारंभ से जुड़ा है मकर संक्रांति।
- मुख्यमंत्री की कामना – यह पर्व सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह लाए।
स्रोत: www.hillstime.in