साइबर ठगों के निशाने पर हिमाचल; एक साल में 114 करोड़ की ठगी, 111 मामलों में 41 आरोपी गिरफ्तार

हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगी के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। वर्ष 2024 में साइबर अपराधियों ने प्रदेश की जनता को 114 करोड़ रुपये से अधिक की चपत लगाई है। स्टेट सीआईटी के साइबर सैल के विश्लेषण में यह खुलासा हुआ कि पिछले चार सालों की तुलना में साइबर क्राइम के मामले कई गुना बढ़ चुके हैं।
मुख्य बिंदु:
- कुल शिकायतें: 2024 में साइबर क्राइम की 18,297 शिकायतें दर्ज की गईं।
- ठगी के मामले: 111 मामले दर्ज हुए, जिनमें कुल 114.56 करोड़ रुपये ठगे गए।
- गिरफ्तारी: साइबर पुलिस ने 41 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें 6 विदेशी भी शामिल हैं।

गिरफ्तार आरोपी:
साइबर पुलिस ने विभिन्न राज्यों से आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें:
- दिल्ली से 8 आरोपी।
- गुजरात से 3।
- हिमाचल प्रदेश से 10।
- महाराष्ट्र से 2।
- अन्य राज्यों जैसे हरियाणा, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश से भी आरोपी पकड़े गए हैं।
साइबर ठगी के प्रमुख तरीके:
- बिजली बिल का झांसा: ठग बिजली बिल जमा कराने के नाम पर लोगों को फंसाते हैं।
- क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाना: क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाने का लालच देकर बैंक डिटेल हासिल करते हैं।
- पर्सनल जानकारी: बैंक अकाउंट और अन्य व्यक्तिगत जानकारियां चुराकर ठगी की जाती है।
पुलिस की अपील और सावधानी:
डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने कहा कि लोग सतर्क रहें और किसी भी अनजान कॉल या मैसेज में अपनी बैंक डिटेल साझा न करें। पुलिस समय-समय पर एडवाइजरी जारी कर लोगों को जागरूक कर रही है।
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निष्कर्ष:
हिमाचल प्रदेश में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन लोगों को भी अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना होगा। साइबर ठगों से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा उपाय है।