ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना: बड़ा अपडेट आया सामने

उत्तराखंड की महत्वाकांक्षी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना से जुड़ी एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। परियोजना के तहत श्रीनगर (जीआईटीआई मैदान) से डूंगरीपंथ (धारी देवी स्टेशन) तक 9.05 किलोमीटर लंबी मुख्य सुरंग का ब्रेकथ्रू सफलतापूर्वक किया गया। यह कार्य मंगलवार को दोपहर 3 बजे 3.3 किलोमीटर पर सुरंग को आर-पार करने के साथ पूरा किया गया।
मुख्य बिंदु:
- मुख्य सुरंग का ब्रेकथ्रू:
- सुरंग की कुल लंबाई 9.05 किलोमीटर है।
- परियोजना के तहत मुख्य सुरंग के साथ आपातकालीन एस्केप सुरंग और दो एडिट सुरंगों का भी निर्माण किया गया है।
- एडिट सुरंगें श्रीकोट गंगा घाटी और सुईट गांव में स्थित हैं।
- तेजी से हो रहा है कार्य:
- सुरंग की खुदाई के बाद फाइनल कंक्रीट लाइनिंग का कार्य प्रगति पर है।
- अब तक मुख्य मार्ग में 5.29 किलोमीटर और एस्केप सुरंग में 3.6 किलोमीटर लाइनिंग कार्य पूरा किया जा चुका है।
- परियोजना का विवरण:
- ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की कुल लंबाई 126 किलोमीटर है।
- यह रेल मार्ग योग नगरी ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक जाएगा।
- रेल मार्ग में 12 स्टेशन, 17 सुरंगें और 35 पुल शामिल हैं।
- 2026 तक पूरा होगा कार्य:
- परियोजना को 2026 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- यह रेल मार्ग उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में परिवहन को सुगम बनाएगा और यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
परियोजना का महत्व:
यह रेल परियोजना उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा को सुगम, सुरक्षित और समयबद्ध बनाएगी। साथ ही, यह क्षेत्रीय विकास, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी।