शूलिनी विश्वविद्यालय में भारतीय भाषा उत्सव पर कविता प्रतियोगिता आयोजित, राफिया अमन प्रथम, उज्जवल कुमार द्वितीय

Hillstime News शूलिनी विश्वविद्यालय के साहित्यिक क्लब बज़्म-ए-काव्या ने महाकवि सुब्रमण्यम भारती को सम्मानित करने और भारत की भाषाई और साहित्यिक विरासत का उत्सव मनाने के लिए सिनेप्लेक्स में भारतीय भाषा उत्सव के तहत कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 14 प्रतिभागियों, दो जज और 10 संकाय सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ अदिति जमदग्नि के नेतृत्व में दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुआ। बज़्म-ए-काव्या के अध्यक्ष अरीब आफताब ने दर्शकों का स्वागत किया और प्रतियोगिता के नियमों की जानकारी दी।

प्रतिभागियों ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में कविताएं प्रस्तुत कीं। नमिता सैनी की दिल छू लेने वाली प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया। प्रतियोगिता का समापन बज़्म-ए-काव्या की सचिव आशी शर्मा की भावपूर्ण कविता के साथ हुआ।
इस प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ. तेज नाथ धर और प्रियंका ठाकुर ने प्रतिभागियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए डॉ. पूर्णिमा बाली, डॉ. एकता सिंह, डॉ. प्रकाश चंद, हेमंत कुमार शर्मा, डॉ. कमल गौतम, डॉ. बाबू सुंदरम और प्रोफेसर नीरज गंडोत्रा जैसे संकाय सदस्य उपस्थित रहे।

शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पी. के. खोसला ने साहित्यिक प्रतिभा और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए बज़्म-ए-काव्या की सराहना की। उन्होंने भाषाई विविधता को प्रोत्साहित करने में ऐसी पहलों के महत्व पर जोर दिया।
प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा डॉ. तेज नाथ धर ने की। राफिया अमन ने प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि उज्जवल कुमार द्वितीय स्थान पर रहे। प्रोफेसर खोसला ने विजेताओं को ट्रॉफी प्रदान की और सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। संकाय सदस्यों को उनके योगदान के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र भी दिए गए।