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सोलन में जल जीवन मिशन को मिली रफ्तार: 85 पेयजल परियोजनाएं पूरी, 16 पर कार्य जारी, उपायुक्त ने दिए जियो टैगिंग और गुणवत्ता जांच के निर्देश

सोलन:
जल जीवन मिशन के अंतर्गत सोलन जिले में पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ करने के प्रयास तेजी से जारी हैं। इस दिशा में जिला जल स्वच्छता मिशन द्वारा एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने की। उन्होंने मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की और संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किए।

101 परियोजनाओं में 85 पूर्ण, 16 पर काम जारी

उपायुक्त ने जानकारी दी कि जिले में जल जीवन मिशन के तहत कुल 101 पेयजल योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिनमें से 85 योजनाओं का कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष 16 परियोजनाओं पर कार्य तीव्र गति से जारी है। ये योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अहम भूमिका निभा रही हैं।

क्षेत्रवार योजनाओं की स्थिति

  • अर्की उपमंडल में 17 योजनाएं
  • बद्दी में 15 योजनाएं
  • धर्मपुर में 11 योजनाएं
  • नालागढ़ में 34 योजनाएं
  • सोलन उपमंडल में 8 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं

‘नल जल मित्र’ की नियुक्ति पर विशेष जोर

उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने “नल जल मित्र” कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक बहु-कुशल स्थानीय व्यक्ति को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। यह व्यक्ति पेयजल योजनाओं के संचालन, रखरखाव और निगरानी की जिम्मेदारी निभाएगा, जिससे ग्रामीण स्तर पर जल आपूर्ति प्रणाली मजबूत होगी।

जियो टैगिंग से बढ़ेगी पारदर्शिता

सभी पूर्ण और प्रगति पर चल रही परियोजनाओं की जियो टैगिंग करवाने के निर्देश भी उपायुक्त ने दिए। इससे परियोजनाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग और पारदर्शिता बनी रहेगी, साथ ही किसी भी गड़बड़ी की तुरंत पहचान की जा सकेगी।

‘हर घर जल’ प्रमाणन अनिवार्य

बैठक में उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि आगामी ग्राम सभा बैठकों में “हर घर जल” प्रमाणन की प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से पूरा किया जाए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रत्येक घर तक सुरक्षित और स्वच्छ जल की आपूर्ति हो रही है।

मानसून में विशेष सतर्कता, जल सैंपल की नियमित जांच के निर्देश

उपायुक्त शर्मा ने बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए जल जनित रोगों से बचाव हेतु समय-समय पर पेयजल के सैंपल की जांच करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में जल स्रोतों के दूषित होने की संभावना बढ़ जाती है, ऐसे में पानी की गुणवत्ता की नियमित जांच अत्यंत आवश्यक है।

निष्कर्ष

सोलन जिला जल जीवन मिशन के सफल क्रियान्वयन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। 85 परियोजनाओं का पूर्ण होना और 16 योजनाओं पर जारी कार्य इस बात का प्रमाण है। उपायुक्त द्वारा दिए गए निर्देश – जैसे नल जल मित्रों की तैनाती, जियो टैगिंग, जल गुणवत्ता जांच और “हर घर जल” प्रमाणन – मिशन की सफलता को और अधिक सुनिश्चित करेंगे।

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