आदर्श स्वास्थ्य संस्थान: जयराम ठाकुर ने सरकार से मांगा जवाब

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से सवाल किया है कि उनके पहले बजट में घोषित किए गए 69 आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों का क्या हुआ। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण (पृष्ठ संख्या 13, पैरा नंबर 37) में प्रदेश के लोगों से वादा किया था कि उनकी सरकार प्रदेश में 69 आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाएगी, जहां हर प्रकार के इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।

मुख्य बिंदु:
- पहले बजट में किए गए वादे का हाल:
- मुख्यमंत्री ने अपने पहले बजट में 69 आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाने की घोषणा की थी।
- इन संस्थानों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा देने का वादा किया गया था।
- दूसरे बजट में नए वादे:
- मुख्यमंत्री ने कहा था कि चयनित जिला अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर और पल्लेटिव केयर यूनिट की सुविधा दी जाएगी।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 तक अधिकांश आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों का निर्माण पूरा करने का दावा किया गया था।
- जमीनी हकीकत:
- जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार एक भी आदर्श स्वास्थ्य संस्थान धरातल पर उतारने में असफल रही है।
- पूर्व सरकार द्वारा शुरू की गई स्वास्थ्य सुधार योजनाओं का बुरा हाल हो गया है।
- अस्पतालों में दवाइयों और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति दयनीय है।
सरकार पर लगाए आरोप:
- जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं में कोई सुधार नहीं किया है।
- मरीजों को फ्री दवाइयां और स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल रही हैं।
- हिम केयर और आयुष्मान योजनाओं के भुगतान न होने के कारण छोटे-बड़े ऑपरेशन भी बंद हो गए हैं।
- सरकार अपने वादों को केवल चुनावी भाषणों की तरह भूल जाती है।

आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों पर तंज:
- जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री हर बजट में नए वादे करते हैं लेकिन उन्हें पूरा नहीं करते।
- उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि हो सकता है अगले बजट में मुख्यमंत्री हार्ट ट्रांसप्लांट जैसी बड़ी सर्जरी का वादा करें, लेकिन आदर्श स्वास्थ्य संस्थान की शुरुआत ही न हो।
नेता प्रतिपक्ष की अपील:
- जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे अपने बजट भाषण को चुनावी भाषण की तरह न समझें।
- उन्होंने प्रदेश की जनता के साथ किए गए वादों को गंभीरता से लेने और उन्हें पूरा करने की मांग की।
www.hillstime.in की रिपोर्ट के अनुसार, जयराम ठाकुर ने सरकार की योजनाओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों की घोषणा केवल एक छलावा बनकर रह गई है। जनता और विपक्ष सरकार से इस पर जवाब मांग रहे हैं।