लोकसभा में संविधान दिवस पर चर्चा शुरू, राजनाथ सिंह बोले- संविधान केवल कानूनी दस्तावेज नहीं

नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र 2024, 25 नवंबर से जारी है। हर दिन लोकसभा और राज्यसभा में हंगामे के कारण कार्यवाही बाधित हो रही है। आज शुक्रवार को कार्यवाही का 14वां दिन है। शुक्रवार और शनिवार, 14 दिसंबर को संविधान दिवस पर विशेष चर्चा का आयोजन किया गया है। लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई, जिसमें 11 से 12 बजे तक प्रश्नकाल चला। इसके बाद संविधान दिवस पर चर्चा की शुरुआत की गई।

लोकसभा में चर्चा शुरू
लोकसभा में संविधान पर चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि संविधान केवल कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह हमें नैतिक और मौलिक अधिकार प्रदान करता है। उन्होंने संविधान की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था की रीढ़ है।
वन नेशन, वन इलेक्शन पर बहस
वन नेशन, वन इलेक्शन के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि यह भाजपा का चुनाव जीतने का “जुगाड़” है। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। अखिलेश यादव ने धर्मनिरपेक्षता को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कांग्रेस सांसद का लोकसभा स्पीकर को पत्र
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखा है, जिसमें भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की टिप्पणी को अपमानजनक और झूठा बताया गया है। उन्होंने आग्रह किया कि इस टिप्पणी को लोकसभा की कार्यवाही से हटाया जाए।
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर खड़गे का बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि “हम पहले देखेंगे कि बिल में क्या है और इसे कैसे लागू किया जाएगा। इसके बाद हम इस पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे।” उन्होंने संविधान पर बहस की मांग करते हुए कहा कि कई असंवैधानिक गतिविधियां हो रही हैं और स्वायत्त संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी देंगे जवाब
सत्ता पक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। उनके बाद एनडीए के नेता और कई केंद्रीय मंत्रियों ने अपनी बात रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार, 14 दिसंबर को संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर सदन को संबोधित करेंगे और चर्चा का जवाब देंगे।