हिमाचल में बारिश और बर्फबारी से किसानों और बागबानों के खिले चेहरे

हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई बारिश और बर्फबारी ने किसानों और बागबानों को बड़ी राहत दी है। लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के लिए यह बारिश किसी संजीवनी से कम नहीं है।

सूखा खत्म, फसलों को जीवनदान
- प्रदेश में निचले क्षेत्रों में बारिश और ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी से किसानों और बागबानों के चेहरे खिल उठे हैं।
- गेहूं की फसल के लिए यह बारिश अत्यंत लाभकारी साबित हो रही है।
- बागबानी विशेषज्ञों के अनुसार, सेब और अन्य फलों को चिलिंग ऑवर्स मिलने शुरू हो गए हैं, जो उत्पादन के लिए बेहद आवश्यक हैं।
कई साल बाद मिली राहत
- दिसंबर में बारिश का पैटर्न पिछले कुछ वर्षों से बदल गया था, जिससे किसान और बागबान परेशान थे।
- इस बार, लंबे अंतराल के बाद बारिश और बर्फबारी ने उन्हें राहत दी है।
खेतों में नमी से बंपर फसल की उम्मीद
- विशेषज्ञ डॉ. एसपी भारद्वाज का कहना है कि बारिश के कारण खेतों में नमी बढ़ी है, जो फसल उत्पादन के लिए फायदेमंद होगी।
- ऊपरी क्षेत्रों में सेब, नाशपाती, चेरी और बादाम के लिए आवश्यक ठंडक मिलनी शुरू हो गई है।
- किसानों और बागबानों की फसल और बागवानी में बेहतर उत्पादन की उम्मीद बढ़ गई है।

ऊपरी हिमाचल में बर्फबारी, निचले क्षेत्रों में बारिश
- शिमला, चंबा, लाहौल और किन्नौर के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हुई।
- निचले क्षेत्रों में हुई बारिश ने सूखा खत्म कर किसानों को राहत दी।
- इससे पहले मैदानों में बारिश नहीं होने से किसान सूखे से परेशान थे।
किसानों और बागबानों की प्रतिक्रिया
- किसानों का कहना है कि इस बारिश ने उनकी फसल बचा ली है और अब अच्छी पैदावार की उम्मीद है।
- बागबानों ने भी चिलिंग ऑवर्स मिलने से फलों की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ने की उम्मीद जताई है।
निष्कर्ष
इस बारिश और बर्फबारी ने हिमाचल के किसानों और बागबानों को बड़ी राहत दी है। प्रदेश में फसलों और बागवानी के बेहतर भविष्य की उम्मीद जग गई है।
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