देहरादून की निरंजनपुर सब्ज़ी मंडी में खराब स्ट्रीट लाइट्स, अंधेरे में डूबा चौक

देहरादून, जिसे उत्तराखंड की राजधानी और खूबसूरत वादियों का शहर कहा जाता है, आज बुनियादी समस्याओं से जूझ रहा है। शहर की सबसे बड़ी सब्ज़ी मंडी, निरंजनपुर चौक, में कई दिनों से खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट्स इस लापरवाही का जीवंत उदाहरण हैं। इन लाइटों की मरम्मत की ओर ना तो नगर निगम का ध्यान है और ना ही किसी संबंधित अधिकारी का।

स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खोलती रोशनी की कमी
- सरकार ने स्मार्ट सिटी के नाम पर देहरादून को चमचमाते शहर का सपना दिखाया था।
- करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद, शहर की सड़कें पानी से भरी रहती हैं और स्ट्रीट लाइट्स खराब पड़ी हैं।
- निरंजनपुर चौक पर खड़ा पोल और उस पर लगी खराब स्ट्रीट लाइट्स स्मार्ट सिटी के दावों पर सवाल खड़े करती हैं।
खराब स्ट्रीट लाइट्स का असर
- आम जनता की परेशानी:
- रात के समय चौक और आसपास के इलाके अंधेरे में डूबे रहते हैं।
- राहगीरों और वाहन चालकों को रोज़ाना दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
- सुरक्षा का सवाल:
- खराब लाइट्स के कारण चौक और सड़कें असुरक्षित महसूस होती हैं।
- अंधेरे में दुर्घटनाओं और असामाजिक गतिविधियों का खतरा बढ़ जाता है।
नगर निगम और अधिकारियों की उदासीनता
- नगर निगम और वार्ड पार्षदों का ध्यान इस समस्या की ओर बिल्कुल नहीं है।
- राजनीतिक व्यस्तताओं के चलते जनहित की मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
- आम जनता को इस लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

अन्य इलाकों की भी यही स्थिति
- निरंजनपुर चौक ही नहीं, बल्कि शहर के अन्य स्थानों पर भी स्ट्रीट लाइट्स की स्थिति खराब है।
- कई इलाकों में लाइट्स केवल शोपीस बनकर रह गई हैं, जो बिना रोशनी के लटकी रहती हैं।
Hillstime.in की अपील
www.hillstime.in नगर निगम और संबंधित अधिकारियों से अपील करता है:
- खराब स्ट्रीट लाइट्स की जल्द से जल्द मरम्मत कराई जाए।
- जनमानस की मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाए।
- स्मार्ट सिटी के वादों को धरातल पर उतारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
देहरादून, जो प्रदेश की राजनीति और विकास का केंद्र है, में इस तरह की लापरवाही गंभीर विषय है। यदि राजधानी का यह हाल है, तो राज्य के अन्य शहरों और कस्बों की स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है।