उत्तराखंड निकाय चुनाव: भाजपा ने सांसदों और मंत्रियों को सौंपा मोर्चा, जीत के लिए कसी कमर

उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर भाजपा संगठन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश भाजपा ने चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए सांसदों, मंत्रियों, दायित्वधारियों और पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित 31 वरिष्ठ नेताओं को विभिन्न नगर निकायों का समन्वयक नियुक्त किया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर इन नेताओं को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने जानकारी दी कि केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टमटा को हल्द्वानी, सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को हरिद्वार और शिवालिकनगर का समन्वयक बनाया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को रुड़की, जबकि तीरथ सिंह रावत को गोपेश्वर, जोशीमठ और कर्णप्रयाग की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, सांसद अजय भट्ट को रुद्रपुर और गदरपुर, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल को काशीपुर और रामनगर का समन्वयक नियुक्त किया गया है।

सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी को पौड़ी, रुद्रप्रयाग और स्वर्गाश्रम का प्रभार दिया गया है। सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह को टिहरी और चंबा, जबकि राज्यसभा सदस्य कल्पना सैनी को विकासनगर, हरबर्टपुर और सेलाकुई का समन्वयक बनाया गया है।
चुनाव में जीत के लिए रणनीति तैयार
भाजपा ने नगर निकाय चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सटीक रणनीति बनाई है। पार्टी ने समन्वयकों को निर्देश दिया है कि वे संबंधित क्षेत्रों में जाकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय करें और जनता से जुड़ने के लिए विशेष अभियान चलाएं। तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को शामिल करने से पार्टी ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि नगर निकाय चुनाव को लेकर वह पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है।

भाजपा का फोकस: संगठन और सरकार की ताकत का समन्वय
भाजपा ने निकाय चुनाव में संगठन और सरकार की ताकत को मिलाकर रणनीति बनाई है। सांसदों और मंत्रियों को विभिन्न क्षेत्रों का प्रभार देकर पार्टी ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि हर इलाके में पार्टी की पकड़ मजबूत हो और निकाय चुनाव में जीत का परचम फहराया जा सके।
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