पौड़ी हादसे के बाद हरकत में आई धामी सरकार, सीएम ने दिए बड़े निर्देश

रविवार को पौड़ी में हुए दर्दनाक बस हादसे के बाद उत्तराखंड सरकार ने सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में सड़क हादसों को रोकने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई अहम फैसले लिए गए।
निजी बसों के यात्रियों को भी मिलेगा इंश्योरेंस कवर
मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की कि निजी बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों को भी दुर्घटना बीमा का लाभ मिलेगा। उन्होंने परिवहन सचिव को निर्देश दिए हैं कि उत्तराखंड परिवहन निगम की तर्ज पर निजी ऑपरेटरों द्वारा संचालित यात्री वाहनों में दुर्घटना होने पर मृतकों के परिजनों को राहत राशि देने के लिए 10 दिनों के भीतर एक प्रस्ताव तैयार किया जाए।
सुरक्षा के लिए उठाए गए अन्य कदम
- क्रैश बैरियर्स का निर्माण:
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी पहाड़ी मार्गों पर क्रैश बैरियर्स लगाने के निर्देश दिए हैं। यह कदम सड़कों पर वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हादसों को रोकने के लिए उठाया गया है। - बसों और चालकों की जांच:
- समय-समय पर परिवहन निगम की बसों का फिटनेस टेस्ट अनिवार्य किया जाएगा।
- बस चालकों का मेडिकल टेस्ट भी नियमित रूप से किया जाएगा ताकि उनकी फिटनेस की जांच हो सके।
- पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा:
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड एक प्रमुख पर्यटक राज्य है, जहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
धामी सरकार का राहत और सुरक्षा पर जोर
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सड़क हादसों के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने निजी बस ऑपरेटरों से अपील की कि वे यात्री सुरक्षा के प्रति गंभीर रहें और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करें।
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परिवहन सचिव को दिए गए निर्देश
- 10 दिनों में दुर्घटनाओं से संबंधित राहत राशि और इंश्योरेंस कवर का प्रस्ताव तैयार करें।
- प्रदेशभर में सड़क सुरक्षा उपायों को तेजी से लागू करें।
धामी सरकार के कदम:
- क्रैश बैरियर्स लगाना।
- बस फिटनेस और ड्राइवर मेडिकल टेस्ट अनिवार्य करना।
- निजी बसों के यात्रियों को भी दुर्घटना बीमा का लाभ देना।
पौड़ी हादसे ने सरकार को सड़क सुरक्षा के प्रति और अधिक सतर्क बना दिया है। यह कदम राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और यात्रियों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे।