शहर में पानी के सैंपल टेस्ट में पास, नगर निगम ने ली राहत की सांस, एडवाइजरी जारी

शहर में सप्लाई किए जा रहे पानी के सभी सैंपल लैब टेस्ट में पास हो गए हैं। इस खबर ने नगर निगम और जल शक्ति विभाग को बड़ी राहत दी है। पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इन सैंपल्स को पुणे स्थित एनआईवी लैब में जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट में पानी को सुरक्षित घोषित किया गया है, जो शहरवासियों के लिए एक सुखद संदेश है।
हालांकि, नगर निगम कमिश्नर एकता काप्टा ने एहतियात बरतने की सलाह देते हुए कहा है कि पानी को उबालकर या फिल्टर करके पीने की आदत डालें। यह कदम पीलिया और अन्य जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है। उन्होंने पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है।
पीलिया के मामलों ने बढ़ाई सतर्कता
जनवरी में क्षेत्रीय अस्पताल से पीलिया के कुछ मामले सामने आने पर निगम और जल शक्ति विभाग ने तुरंत कार्रवाई की थी। पानी के सैंपल्स की जांच करवाई गई ताकि संभावित खतरों को रोका जा सके। अब टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद निगम के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।
जागरूकता के लिए नगर निगम की पहल
नगर निगम ने पानी की स्वच्छता और हाइजीन को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए गाइडलाइन्स जारी की हैं:
- उबालकर या फिल्टर कर पीएं पानी: पानी को उबालने और फिल्टर करने से बैक्टीरिया और वायरस खत्म हो जाते हैं।
- स्ट्रीट वेंडर्स का पानी न पिएं: अज्ञात स्रोत से मिलने वाले पानी के सेवन से बचें।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें: खाना पकाने और खाने से पहले साबुन से हाथ धोएं।
- वाटर टैंक की सफाई करें: अपने घर और सोसायटी के वाटर टैंक की नियमित सफाई करें।
- फल और सब्जियों को धोकर खाएं: बिना धोए फल और सब्जियों का इस्तेमाल न करें।
- लीकेज और दूषित पानी की सूचना दें: निगम को पानी के दूषित होने या लीकेज की जानकारी तुरंत दें।

नगर निगम कमिश्नर की अपील
नगर निगम कमिश्नर एकता काप्टा ने कहा, “पानी की गुणवत्ता संतोषजनक है, लेकिन एहतियात के तौर पर लोग पानी को उबालकर या फिल्टर कर पीएं। पीलिया जैसी बीमारियों को रोकने के लिए सावधानी जरूरी है।”
सावधानी ही बचाव है
शहरवासियों को जलजनित बीमारियों से बचाने के लिए निगम ने जिम्मेदारी से कदम उठाए हैं। अब लोगों का भी यह कर्तव्य है कि वे निगम की गाइडलाइन्स का पालन करें और स्वच्छता बनाए रखें।