भंडारे में जा रहे दो नाबालिगों की बाइक हादसे में दर्दनाक मौत, इलाके में छाया मातम

पांवटा साहिब, सिरमौर जिला (हिमाचल प्रदेश)
रविवार को पांवटा साहिब उपमंडल के अंतर्गत आने वाले अमरगढ़ पुरुवाला नहर रोड पर एक बेहद दुखद और हृदयविदारक हादसा हुआ। इस हादसे में दो नाबालिग लड़कों की जान चली गई, जो पास ही के खेड़ा मंदिर में आयोजित भंडारे में भाग लेने के लिए जा रहे थे। हादसा इतना भयानक था कि एक किशोर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ बैठा।
पुलिस से प्राप्त प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसा क्यारदा गांव के समीप हुआ। मृतक दोनों किशोर क्यारदा गांव के निवासी थे। इनमें से एक की उम्र 15 साल और दूसरे की 13 साल बताई जा रही है। हादसे के वक्त 15 वर्षीय किशोर बाइक चला रहा था, जबकि छोटा साथी उसके पीछे बैठा था। दुर्भाग्यवश, दोनों ने हेलमेट नहीं पहना हुआ था, जिससे चोटें और भी घातक सिद्ध हुईं।
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, किशोर बाइक पर सवार होकर नहर के किनारे से गुजर रहे थे, तभी बाइक अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे खड़े एक पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और दोनों सवार दूर जा गिरे। इस दौरान 13 वर्षीय किशोर की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि 15 वर्षीय किशोर को गंभीर अवस्था में नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने स्थिति गंभीर देखते हुए घायल किशोर को यमुनानगर रेफर कर दिया। लेकिन, इलाज के लिए ले जाते समय दूसरे किशोर ने भी रास्ते में दम तोड़ दिया। हादसे की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। दोनों परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा और गांव में मातम पसर गया।
उधर, माजरा पुलिस थाना की टीम ने घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और घटना के कारणों की जांच की जा रही है। साथ ही, दोनों किशोरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और बाइक पर नियंत्रण न रहना हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।
यह हादसा एक बार फिर से नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने और बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने के गंभीर खतरों को उजागर करता है। पुलिस और प्रशासन की ओर से अभिभावकों से अपील की गई है कि वे अपने बच्चों को ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए प्रेरित करें और नाबालिगों को वाहन चलाने से रोकें, ताकि इस प्रकार की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।
Read More :- शूलिनी मेले से पहले सड़कों की सजावट में जुटा लोक निर्माण विभाग
यह हादसा न केवल दो मासूम जिंदगियों को छीन ले गया, बल्कि दो परिवारों की खुशियों को भी हमेशा के लिए खत्म कर गया।