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उत्तराखंड में खसरा-रूबेला के खिलाफ बड़ा कदम, जुलाई 2025 से विशेष टीकाकरण अभियान शुरू

उत्तराखंड को 2026 तक एमआर फ्री बनाने का लक्ष्य, राज्य भर में चलेगा विशेष टीकाकरण अभियान

देहरादून: उत्तराखंड को खसरा (Measles) और रूबेला (Rubella) जैसी घातक संक्रामक बीमारियों से मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) उत्तराखंड के नेतृत्व में जुलाई 2025 से विशेष एमआर (Measles-Rubella) टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस मुहिम का लक्ष्य है कि वर्ष 2026 तक पूरे प्रदेश को खसरा-रूबेला मुक्त (MR-Free Uttarakhand) घोषित किया जा सके।

राज्य टास्क फोर्स की बैठक में लिया गया निर्णय
यह महत्वपूर्ण निर्णय एनएचएम उत्तराखंड के सभागार में आयोजित राज्य टास्क फोर्स की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता मिशन निदेशक स्वाति एस भदौरिया ने की। उन्होंने कहा कि खसरा और रूबेला के उन्मूलन को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह गंभीर है और इसके लिए 95% या उससे अधिक टीकाकरण कवरेज प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है।

राज्यभर में तीन माह का विशेष अभियान
जुलाई 2025 से प्रदेशभर में तीन माह तक विशेष एमआर टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन सत्रों के तहत नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों को टीका लगाया जाएगा ताकि एमआर कवरेज को व्यापक रूप से बढ़ाया जा सके। यह टीकाकरण अभियान खासकर उन क्षेत्रों में केंद्रित होगा जहां पहले कम टीकाकरण दर्ज किया गया है।

यूविन पोर्टल से होगी निगरानी
सभी टीकाकरण सत्रों की निगरानी यूविन (eVIN) पोर्टल के माध्यम से की जाएगी, जिससे रीयल टाइम डेटा मिल सकेगा। यदि किसी स्थान पर टीकाकरण सत्र नहीं हो पाता है, तो उसके कारणों की समीक्षा की जाएगी और समय रहते सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।

वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में एनएचएम निदेशक डॉ. मनु जैन, राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुलदीप मार्तोलिया, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा शैलेन्द्र सिंह चौहान, स्वास्थ्य विभाग के उप निदेशक डॉ. हितेंद्र, महिला एवं बाल विकास विभाग की स्टेट नोडल अधिकारी तरुणा चमोला, आइएपी के अध्यक्ष डॉ. हंस, आइडीएसपी के सहायक निदेशक डॉ. सौरभ सिंह, अर्बन हेल्थ प्रोग्राम के सहायक निदेशक डॉ. फरीदुज्जफर और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) तथा यूएनडीपी (UNDP) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

इसके अलावा, सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (DIO) वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए। सभी को निर्देशित किया गया कि वे अपने जिलों में नियमित टीकाकरण सत्रों की स्थिति की समीक्षा करें और आमजन के बीच टीकाकरण के महत्व को लेकर जागरूकता फैलाएं।

जागरूकता अभियानों पर भी रहेगा जोर
स्वास्थ्य विभाग का फोकस केवल टीकाकरण सत्रों तक सीमित नहीं रहेगा। साथ ही, व्यापक जन-जागरूकता अभियानों के जरिए आम लोगों को खसरा-रूबेला से जुड़े जोखिमों और टीकाकरण के फायदों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

निष्कर्ष
उत्तराखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग खसरा-रूबेला जैसी संक्रामक बीमारियों के सफाए के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जुलाई 2025 से शुरू होने वाला विशेष एमआर टीकाकरण अभियान राज्य को 2026 तक MR-Free बनाने की दिशा में एक बड़ा और ठोस कदम साबित होगा।

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