देहरादून में डेंगू का कहर जारी: 94 मामलों की पुष्टि, घर-घर सर्वे से 54 घरों में मिला लार्वा

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देहरादून, 13 जून 2025
देहरादून जिले में डेंगू संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार को जिले में डेंगू के चार नए मामलों की पुष्टि हुई है, जिससे अब तक कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 94 हो गई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन सतर्क हो गए हैं और नियंत्रण के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया गया है।
गुरुवार को लिए गए 164 नए सैंपलों की जांच की गई, जबकि अब तक जिले में कुल 6612 सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से 94 सैंपलों में डेंगू की पुष्टि हुई है। फिलहाल जिले में 10 डेंगू के सक्रिय मरीज हैं। इनमें से आठ मरीज श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती हैं, एक एचआईएचटी जौलीग्रांट में उपचाराधीन है और एक मरीज होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करवा रहा है।
घर-घर सर्वे अभियान से मिले लार्वा
डेंगू पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने मिलकर घर-घर सर्वे अभियान तेज कर दिया है। बुधवार को आशा वर्करों और डेंगू वालंटियर की टीमों ने कुल 8036 घरों का सर्वे किया। इस दौरान 54 घरों में डेंगू के मच्छरों के लार्वा पाए गए। इसके अलावा 71016 पानी से भरे कंटेनरों की जांच की गई, जिनमें से 59 कंटेनरों में लार्वा मौजूद मिला। स्वास्थ्य टीम ने सभी लार्वा को तत्काल नष्ट कर दिया और घरों के मालिकों को सफाई बनाए रखने की सख्त हिदायत दी गई।

स्वास्थ्य विभाग की अपील और सुझाव
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि वे डेंगू से बचाव के लिए सावधानी बरतें। विभाग ने कहा है कि लोग अपने घरों और आसपास की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, कहीं भी पानी जमा न होने दें और नियमित रूप से पानी की टंकियों, गमलों, कूलरों और अन्य पानी जमा करने वाले बर्तनों की सफाई करें।
डेंगू से बचाव के लिए आवश्यक कदम:
- सप्ताह में कम से कम एक बार कूलर, गमले और अन्य पानी वाले बर्तनों को खाली और साफ करें।
- घर के आसपास झाड़ी और कचरे को न फैलने दें।
- पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
निष्कर्ष
देहरादून में डेंगू का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे जनस्वास्थ्य को खतरा पैदा हो गया है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की तत्परता और जनसहभागिता से इस पर काबू पाया जा सकता है। लोगों को चाहिए कि वे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करें और जागरूकता फैलाएं। डेंगू से बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है।