मीटर की ई-केवाईसी कराएं, बिजली सब्सिडी पाएं: शिमला में शुरू हुआ अभियान

शिमला: राजधानी शिमला में बिजली बोर्ड ने उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी का अभियान शुरू कर दिया है। उपभोक्ताओं को 31 दिसंबर 2024 तक अपनी ई-केवाईसी पूरी करनी होगी।
अभियान की मुख्य बातें:
- ई-केवाईसी की अनिवार्यता:
- बिजली बोर्ड सभी उपभोक्ताओं का रिकॉर्ड अपडेट कर सरकार को भेजेगा।
- उपभोक्ताओं के नाम पर कितने बिजली मीटर हैं, इसकी जानकारी एकत्र की जाएगी।
- भविष्य में केवल एक बिजली मीटर पर 125 यूनिट की सब्सिडी दी जाएगी।
- ई-केवाईसी की प्रक्रिया:
- उपभोक्ताओं को अपने आधार कार्ड या राशन कार्ड के साथ मीटर आईडी नंबर लेकर सब-स्टेशनों पर जाना होगा।
- स्मार्ट मीटर आधार से लिंक किए जाएंगे।
- स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन:
- शिमला में अब तक 9 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
- 30,000 नए मीटर जल्द लगाए जाएंगे।
- जुन्गा के लिए विशेष निर्देश:
- विद्युत उपमंडल जुन्गा के उपभोक्ताओं को 20 दिसंबर 2024 तक ई-केवाईसी पूरी करनी होगी।
- ई-केवाईसी न कराने पर जनवरी से सब्सिडी और अन्य सुविधाएं बंद हो सकती हैं।
- उपभोक्ता दस्तावेजों (आधार कार्ड, राशन कार्ड, बिजली बिल, और आधार से लिंक मोबाइल) के साथ कार्यालय जाकर ई-केवाईसी करवा सकते हैं।
- बिजली बिल की अदायगी:
- जिन उपभोक्ताओं ने अपने बिजली बिल नहीं चुकाए हैं, उनका कनेक्शन अस्थायी रूप से काटा जा सकता है।
- समय पर बिल जमा कराने की अपील की गई है।

अधिकारियों के बयान:
- तनुज गुप्ता, सीनियर एक्सईएन, शिमला:
“उपभोक्ता अपने दस्तावेजों के साथ सब-स्टेशन पर आकर ई-केवाईसी कराएं। इसके बाद उनके स्मार्ट मीटर लिंक कर दिए जाएंगे।” - ई. यशवंत सिंह, सहायक अभियंता, जुन्गा:
“ई-केवाईसी न कराने वाले उपभोक्ता सब्सिडी और अन्य सुविधाओं से वंचित हो सकते हैं।”
निष्कर्ष:
ई-केवाईसी की प्रक्रिया न केवल बिजली उपभोक्ताओं का रिकॉर्ड अपडेट करने के लिए जरूरी है, बल्कि सरकार की सब्सिडी योजनाओं का सही लाभ सुनिश्चित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
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