चीन में फैला एचएमपीवी वायरस: शिमला में तैयारियां पूरी, घबराने की जरूरत नहीं

शिमला, हिमाचल प्रदेश — चीन में फैलने वाले ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) को लेकर इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज और अस्पताल (IGMC) ने पूरी तरह से तैयारियां कर ली हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव ने जानकारी दी कि वायरस से संबंधित किसी भी संभावित मामले से निपटने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं। हालांकि, फिलहाल जिले में एचएमपीवी का एक भी मामला सामने नहीं आया है, फिर भी अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से चौकस है और किसी भी स्थिति में तत्पर रहेगा।

अस्पताल की तैयारियां और जागरूकता
डॉ. राहुल राव ने बताया कि आईजीएमसी अस्पताल में 150 बेड का प्रावधान किया गया है और ऑक्सीजन की आपूर्ति भी सुचारू है। इसके अलावा, नए ओपीडी भवन में एचएमपीवी वायरस के बारे में आम लोगों को एलईडी स्क्रीन के माध्यम से निरंतर जागरूक किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि अगर वायरस के किसी भी मामले का सामना करना पड़ा, तो इसकी तत्काल जांच और उपचार शुरू किया जा सके।
एचएमपीवी वायरस: लक्षण और बचाव
एचएमपीवी एक श्वसन वायरस है जो मुख्य रूप से बच्चों में पाया जा रहा है। हालांकि, यह बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों में गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है। डॉ. राहुल राव ने कहा कि इस वायरस से बचाव के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का उपयोग और नियमित रूप से हाथ धोने की सलाह दी है। वायरस का उपचार लक्षणों के आधार पर किया जाता है, लेकिन कोविड गाइडलाइंस का पालन करने से संक्रमण के प्रभाव में आने से बचा जा सकता है।
विशेष सावधानियां
डॉ. राहुल राव ने बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी। सर्दी, खांसी और बुखार जैसे सामान्य लक्षण दिखने पर स्वास्थ्य केंद्र से तुरंत उपचार करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वायरस के प्रभाव से अधिक घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह साधारण सर्दी-खांसी जैसा है, लेकिन कमजोर शरीर पर इसके प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
मुख्य बातें:
- एचएमपीवी वायरस चीन में फैलने के बाद शिमला में पूरी तरह से तैयारियां की गई हैं।
- 150 बेड और ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था आईजीएमसी में की गई है।
- मास्क और हाथ धोने की सलाह दी गई है, कोविड गाइडलाइंस का पालन करें।
- बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर लोग वायरस के प्रति विशेष सावधान रहें।
- सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में उपचार करवाएं।
स्रोत: www.hillstime.in