कंडाघाट में सडक़ किनारे मिली नवजात बच्ची, मां की ममता शर्मसार

कंडाघाट:
हिमाचल प्रदेश की शांत और पवित्र मानी जाने वाली धरती पर एक बार फिर मां की ममता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। रविवार सुबह कंडाघाट के पास सडक़ किनारे एक नवजात बच्ची लावारिस हालत में मिली। यह घटना मानवता को झकझोर देने वाली है।
श्मशानघाट के पास मिली नवजात बच्ची:
जानकारी के अनुसार, काला मोड़ निवासी इंद्र सिंह ढाबे पर काम कर रहा था, जब फोरलेन निर्माण में लगे एक मजदूर ने उसे बताया कि श्मशानघाट गेट के पास सडक़ किनारे एक नवजात बच्ची बिलख रही है। इंद्र सिंह तुरंत मौके पर पहुंचा और देखा कि बच्ची नीले कपड़े में लिपटी हुई थी। वहां कोई भी आसपास मौजूद नहीं था।
पुलिस को दी गई सूचना:
इंद्र ने तत्काल पुलिस को सूचित किया और बच्ची को अपने ढाबे के पास रहने वाली नेपाली मूल की महिला को संभालने के लिए दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को सोलन अस्पताल में भर्ती कराया।
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पुलिस की कार्रवाई:
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि बच्ची को सुरक्षित अस्पताल में भर्ती कराया गया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि बच्ची को किसने छोड़ा और इसके पीछे के कारण क्या हैं।
स्थानीय व्यक्ति ने जताई गोद लेने की इच्छा:
घटना के बाद कंडाघाट निवासी इंद्र चौहान ने बच्ची को गोद लेने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वह इस बच्ची को अपनी बेटी की तरह पालने के लिए तैयार हैं।
निष्कर्ष:
यह घटना समाज के उस कड़वे पहलू को उजागर करती है, जहां नवजात बच्चियों को लावारिस छोड़ दिया जाता है। यह सभी के लिए चिंतन का विषय है और हमें ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।