बद्दी में धूमधाम से मनाया गया विश्व एमएसएमई दिवस, उद्योगपतियों ने बताया वैश्विक अर्थव्यवस्था की रीढ़

बद्दी, हिमाचल प्रदेश – औद्योगिक नगरी बद्दी में विश्व सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर स्थानीय लघु उद्योग संघ के सभागार में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के प्रमुख उद्योगपतियों, उद्यमियों और युवाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम में प्रदेश लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार राणा ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया, जबकि अध्यक्षता वरिष्ठ उद्योगपति और वर्सेटाइल कंपनी के निदेशक संजय बत्रा ने की। उन्होंने एमएसएमई सेक्टर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह क्षेत्र न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
विश्व स्तर पर रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत
अपने संबोधन में अशोक राणा ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विश्व स्तर पर 90 प्रतिशत व्यवसायों का प्रतिनिधित्व करते हैं और करीब 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं। यह क्षेत्र दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 50 प्रतिशत का योगदान देता है। उन्होंने कहा कि 27 जून को हर साल विश्व एमएसएमई दिवस मनाया जाता है ताकि इस क्षेत्र के योगदान और संभावनाओं को रेखांकित किया जा सके।
इस वर्ष की थीम: उद्यमियों को जोड़ना और वैश्विक सहयोग बढ़ाना
फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रीज के प्रदेशाध्यक्ष चिरंजीव ठाकुर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष की थीम “उद्यमियों को जोड़ना और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना” है। उन्होंने कहा कि यह दिवस केवल एक उत्सव नहीं बल्कि एक अवसर है, जहां एमएसएमई सेक्टर को नवाचार, सतत विकास और वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

युवाओं की भूमिका और प्रेरणा का केंद्र बना एमएसएमई
वरिष्ठ उद्योगपति संजय बत्रा ने युवाओं की उद्यमशीलता की सराहना करते हुए कहा कि आज का युवा वर्ग नवाचार और साहस से भरपूर है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत है कि सरकार और समाज मिलकर ऐसा माहौल तैयार करें, जिससे युवा नए उद्योग स्थापित कर सकें और उन्हें आगे भी बढ़ा सकें। उन्होंने लघु उद्योगों में युवाओं की भागीदारी को भारत की आर्थिक आत्मनिर्भरता की कुंजी बताया।
सम्मान और प्रेरणा का आयोजन
इस मौके पर बरोटीवाला के युवा उद्यमी प्रदीप धीमान सहित तीन अन्य सफल उद्यमियों को चेयरमैन विचित्र सिंह पटियाल द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मौजूद अन्य गणमान्य उद्यमियों में अरुण कुमार, हरिओम ठाकुर त्रिदेव, डॉ. कश्मीर सिंह ठाकुर, हरीश खजूरिया, अनिल मलिक, डिंपल परमार, दिनेश चंदेल, सतीश कुमार, अरविंद भारद्वाज, और सुरेंद्र कुमार अत्री आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
निष्कर्ष
विश्व एमएसएमई दिवस का यह आयोजन बद्दी के औद्योगिक क्षेत्र में स्थानीय उद्यमियों को नई प्रेरणा और दिशा देने वाला साबित हुआ। इस अवसर पर यह संदेश भी दिया गया कि एमएसएमई न केवल आर्थिक विकास का इंजन है, बल्कि रोजगार सृजन, नवाचार और सामाजिक समानता में भी इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
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