राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ के साथ उत्तराखंड को कई सौगातें देंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 38वें राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ के अवसर पर उत्तराखंड को कई महत्वपूर्ण योजनाओं की सौगात देंगे।
राष्ट्रीय खेलों का आयोजन
उत्तराखंड में 28 जनवरी को 38वें राष्ट्रीय खेलों (National Games) का भव्य शुभारंभ होगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) देहरादून में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेंगे। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी राज्य को नई सौगातें देंगे, जिनमें राज्य का पहला खेल विश्वविद्यालय और पहला महिला स्पोर्ट्स कॉलेज शामिल है।
महिला स्पोर्ट्स कॉलेज और खेल विश्वविद्यालय की आधारशिला
प्रधानमंत्री लोहाघाट, चंपावत में बनने वाले महिला स्पोर्ट्स कॉलेज और गोलापार, हल्द्वानी (नैनीताल) में बनने वाले खेल विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राज्य में खेलों को बढ़ावा देना और खेल प्रतिभाओं को प्रशिक्षित कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का नाम रोशन करना है।
कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर
प्रदेश सरकार और खेल विभाग राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम का शेड्यूल आना बाकी है, लेकिन अनुमान है कि प्रधानमंत्री देहरादून में करीब 4 से 5 घंटे बिताएंगे। इस दौरान वे उद्घाटन कार्यक्रम के साथ अन्य परियोजनाओं का भी निरीक्षण करेंगे।
खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम
यह कदम राज्य में खेलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। पीएम मोदी के इस दौरे से उत्तराखंड को खेलों के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी।
उत्तराखंड के लिए सौगात
- खेल विश्वविद्यालय: गोलापार, हल्द्वानी में बनने वाला यह विश्वविद्यालय आधुनिक तकनीकों और खेल सुविधाओं से लैस होगा।
- महिला स्पोर्ट्स कॉलेज: यह कॉलेज लोहाघाट, चंपावत में स्थापित होगा, जो विशेष रूप से महिला खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- राष्ट्रीय खेलों का आयोजन: उत्तराखंड को इस ऐतिहासिक आयोजन की मेजबानी का अवसर मिलना राज्य के लिए गर्व की बात है।
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निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक साबित होगा। राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ और नई परियोजनाओं की शुरुआत से राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। यह कदम न केवल खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि राज्य को खेलों के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में भी सहायक होगा।