एसडीएम डॉक्टर पूनम बंसल की सख्त कार्रवाई: जिला प्रशासन की सख्त अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से सोलन शहर में यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार हुआ

सोलन: जिला प्रशासन की सख्त अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से सोलन शहर में यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार हुआ है। शनिवार को मालरोड पूरी तरह से खुला नजर आया, जहां गाडियों और राहगीरों को बिना किसी बाधा के आवागमन का अनुभव हुआ। हालांकि, मुख्य बाजार के कुछ स्थानों पर अभी भी अतिक्रमण देखा गया, लेकिन मालरोड पर दुकानदारों ने अपनी दुकानें निर्धारित जगहों पर ही लगाई। यह अभियान उपमंडलाधिकारी (एसडीएम) डॉक्टर पूनम बंसल के नेतृत्व में चलाया गया, जिसमें मालरोड, राजगढ़ रोड, शामती और अस्पताल रोड जैसे प्रमुख क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया गया।
अभियान का असर
- यातायात में सुधार: अतिक्रमण हटने के बाद मालरोड और अन्य सडकों पर यातायात सुचारू हुआ।
- सफाई और अनुशासन: बाजारों में बेहतर सफाई और अनुशासन का माहौल दिखा।
- जनता की सराहना: सोलन की जनता ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की और इसे सकारात्मक बदलाव बताया।
आम जनता की प्रतिक्रियाएं
- कुलदीप ठाकुर: उन्होंने कहा कि अतिक्रमण के कारण बाजार में चलना मुश्किल हो गया था। मालरोड और अस्पताल रोड पर ट्रैफिक बढ़ने से लोग परेशान थे। उन्होंने प्रशासन के कदम को सही ठहराते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर अवैध निर्माण हटाना जरूरी है।
- रोहन: छात्रों के लिए यह कदम राहतभरा है। उन्होंने बताया कि बाजार की भीड़ के कारण लाइब्रेरी पहुंचने में परेशानी होती थी। अतिक्रमण हटने से दुर्घटनाओं का खतरा भी कम होगा।
- धनपतराय: उन्होंने कहा कि सोलन बाजार की अव्यवस्था और भीड़ के कारण वाहन निकालना मुश्किल था। प्रशासन के इस निर्णय से अब सडक़ें साफ और चौड़ी हो गई हैं। यह पहल आम जनता के लिए राहत लेकर आई है।
- सुरेंद्र कुमार: उन्होंने कहा कि मालरोड, राजगढ़ रोड और अस्पताल रोड से अवैध कब्जे हटने के बाद बाजारों में अनुशासन और साफ-सफाई का माहौल बना है। उन्होंने इस अभियान को नियमित रूप से चलाने का सुझाव दिया।
एसडीएम डॉक्टर पूनम बंसल का बयान
डॉ. पूनम बंसल ने कहा कि सोलन में अतिक्रमण हटाने का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई से न केवल यातायात व्यवस्था सुगम होगी, बल्कि शहर की सुंदरता भी बढ़ेगी।
निष्कर्ष
सोलन में अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने और सार्वजनिक स्थानों को मुक्त कराने की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रशासन की इस पहल से न केवल बाजारों में अनुशासन आया है, बल्कि सोलन शहर को व्यवस्थित और सुंदर बनाने में भी मदद मिली है।