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नाहन में निकली भगवान श्री जगन्नाथ जी की 17वीं भव्य रथ यात्रा, हर धर्म के लोगों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

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नाहन (सिरमौर)। उत्तर भारत के सबसे प्राचीन जगन्नाथ मंदिरों में शुमार, हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर मुख्यालय नाहन स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से रविवार को भगवान श्री जगन्नाथ जी की 17वीं रथ यात्रा धूमधाम से निकाली गई। धार्मिक आस्था, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक सौहार्द की मिसाल बनी इस यात्रा में हर वर्ग और समुदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

सुबह 8 बजे पालकियों के साथ शुरू हुई यात्रा

रविवार सुबह 8 बजे बड़ा चौक स्थित भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर से रथ यात्रा की शुरुआत हुई। यात्रा में सबसे आगे श्री बलराम जी, फिर श्री सुभद्रा जी और सबसे अंत में भगवान श्री जगन्नाथ जी की पालकी थी। यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए शहर के ऐतिहासिक चौगान मैदान पहुंची, जहां सभी देवी-देवताओं को भव्य रथों पर आरूढ़ किया गया।

विधायकों और अधिकारियों ने खींची रथ की रस्सी

चौगान मैदान में जैसे ही भगवान की मूर्तियां रथों पर विराजमान हुईं, नाहन के विधायक अजय सोलंकी, डीसी सिरमौर प्रियंका वर्मा, रथ यात्रा समिति के अध्यक्ष प्रकाश बंसल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पूजा-अर्चना के बाद रथ की रस्सी खींचकर यात्रा का विधिवत शुभारंभ किया।

रथ यात्रा का मार्ग और समापन

रथ यात्रा चौगान मैदान से माल रोड, गुन्नूघाट, पक्का टैंक, रानीताल, कच्चा टैंक होते हुए श्री रघुनाथ मंदिर पहुंची। यहां रथ यात्रा का भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद भगवान की मूर्तियों को फिर पालकी में विराजित किया गया और यात्रा बस स्टैंड की घाटी, छोटा चौक होते हुए वापस श्री जगन्नाथ मंदिर, बड़ा चौक पहुंची, जहां विधिवत समापन हुआ।

2009 से हो रही है विशाल रथ यात्रा

हालांकि श्री जगन्नाथ मंदिर में रियासत काल से ही छोटी स्तर पर शोभायात्रा का आयोजन होता था, परंतु वर्ष 2009 से श्री जगन्नाथ रथ यात्रा मंडल समिति द्वारा इसे विशाल आयोजन का रूप दिया गया। इस बार आयोजित 17वीं रथ यात्रा में हजारों श्रद्धालु सम्मिलित हुए।

धार्मिक सौहार्द और सामाजिक समरसता की अद्भुत मिसाल

इस रथ यात्रा में हिंदू, मुस्लिम और सिख समुदायों ने एकजुट होकर भाग लिया। यात्रा के मार्ग में विभिन्न स्थानों पर इन समुदायों द्वारा फल, प्रसाद, फूल मालाएं, शरबत, जलजीरा, लस्सी आदि श्रद्धालुओं को वितरित की गईं।

  • गुरुद्वारा श्री दशमेश अस्थान में सिख समुदाय के लोगों ने यात्रा का स्वागत किया।
  • मुस्लिम नवयुवक सोसायटी नाहन और मुस्लिम कमेटी के सदस्यों ने पक्का टैंक और बस स्टैंड मस्जिद के समीप श्रद्धालुओं को फल व फ्रूटी बांटी।

जगह-जगह लगे भंडारे

रथ यात्रा के मार्ग में नाहन के व्यापारियों, दुकानदारों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा कई स्थानों पर भंडारों का आयोजन किया गया। हलवा, खीर, मिठाई, छोले-भटूरे, कढ़ी-चावल जैसे स्वादिष्ट व्यंजन श्रद्धालुओं को परोसे गए। श्रद्धालुओं के लिए जलपान, पेयजल और विश्राम की व्यवस्था भी व्यापक रूप से की गई थी।

राजनीतिक हस्तियों की मौजूदगी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और सांसद सुरेश कश्यप ने भी रथ यात्रा में भाग लिया। डॉ. बिंदल ने इस धार्मिक आयोजन को सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में प्रेम और भाईचारा बढ़ता है। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से ऐसे आयोजनों में भाग लेकर धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने का आह्वान किया।

प्रशासन की तत्परता, एंबुलेंस को मिला त्वरित रास्ता

रथ यात्रा के दौरान माल रोड से गुन्नूघाट के पास एक आपात स्थिति में एम्बुलेंस सायरन बजाते हुए रथ यात्रा मार्ग पर आ गई। मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए भीड़ को नियंत्रित कर 3 से 4 मिनट के भीतर एंबुलेंस को रास्ता दिलाया। एंबुलेंस मरीज को लेकर पीजीआई चंडीगढ़ रवाना हुई। यह प्रशासन की कुशलता और भीड़ नियंत्रण में तत्परता का बेहतरीन उदाहरण बना।

निष्कर्ष

नाहन की श्री जगन्नाथ रथ यात्रा धार्मिक आस्था के साथ-साथ सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समरसता का भव्य उदाहरण बनकर सामने आई। हर वर्ग, हर समुदाय ने इस आयोजन को मिलकर सफल बनाया। यह आयोजन बताता है कि धर्म, संस्कृति और मानवता जब एक मंच पर आती हैं, तो समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आने वाले वर्षों में यह यात्रा और भी अधिक भव्य और जन-भागीदारी से युक्त होगी, यही नाहनवासियों की आशा है।

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