सोलन में बढ़ता गर्मी का कहर: 33 डिग्री तापमान के साथ जनजीवन प्रभावित, किसानों की चिंता बढ़ी

सोलन, हिमाचल प्रदेश – हिमाचल प्रदेश का शांत और ठंडा समझा जाने वाला सोलन जिला इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है। लगातार बढ़ते तापमान ने न सिर्फ आम जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि किसानों की मेहनत पर भी पानी फेर दिया है। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से कहीं अधिक है और लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है।
बाजारों में सन्नाटा, घरों में कैद लोग
जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ रही है, सोलन की गलियों और बाजारों में सन्नाटा छा गया है। लोग गर्मी से बचने के लिए अपने घरों और कार्यालयों में ही सीमित हो गए हैं। एयर कंडीशनर और कूलर की मांग में इजाफा देखा जा रहा है, वहीं शीतल पेय और आइसक्रीम की दुकानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। आम लोग पसीने से तरबतर होकर राहत पाने के लिए ठंडे पेयों का सहारा ले रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। विभाग के अनुसार गर्मी से बचाव के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने, हल्के और ढीले कपड़े पहनने और दोपहर के समय धूप में निकलने से बचने की आवश्यकता है। विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखने की अपील की गई है, क्योंकि यह वर्ग अत्यधिक गर्मी के प्रति अधिक संवेदनशील होता है।

किसानों पर गर्मी की दोहरी मार
गर्मी का असर सिर्फ शहर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि गांवों और खेतों में भी इसकी तपिश महसूस की जा रही है। तेज गर्मी और जल संकट ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। कई जगहों पर फसलें मुरझा गई हैं, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। पानी की कमी के चलते सिंचाई की लागत बढ़ गई है, लेकिन उत्पादन में गिरावट के कारण उन्हें नुकसान झेलना पड़ रहा है।
बारिश की उम्मीद, लेकिन फिलहाल राहत नहीं
मौसम विभाग के अनुसार सोलन जिले में अगले कुछ दिनों तक भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना रह सकता है। हालांकि, 11 और 12 जून के आसपास हल्की बारिश की संभावना व्यक्त की गई है, जिससे कुछ हद तक राहत मिल सकती है। किसानों और आम नागरिकों की नजरें अब आसमान की ओर टिकी हुई हैं, जो बरसात की पहली बूंदों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
निष्कर्ष
सोलन जिले में इस समय भीषण गर्मी ने हर वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। बाजार सूने हैं, लोग घरों में दुबके हुए हैं, और किसान अपनी फसल को लेकर चिंतित हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, लेकिन फिलहाल राहत की उम्मीद सिर्फ मानसून की बारिश से ही की जा रही है। यदि बारिश समय पर नहीं हुई, तो जिले में जल संकट और फसल क्षति जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।