दाड़लाघाट में अंबुजा सीमेंट कंपनी के खिलाफ ट्रांसपोर्टर्स का प्रदर्शन, बिना कूलिंग क्लिंकर लोड करने पर जताया

रोष
दाड़लाघाट में अंबुजा सीमेंट कंपनी के खिलाफ सभी परिवहन सहकारी सभाओं के ट्रांसपोर्टर्स ने ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। ट्रांसपोर्टर्स का आरोप है कि कंपनी द्वारा गाड़ियों में गर्म क्लिंकर लोड किया जा रहा है, जिससे ट्रकों को भारी नुकसान हो रहा है और कई वाहन जलकर राख हो चुके हैं। यह प्रदर्शन अंबुजा सीमेंट कंपनी के गेट के बाहर आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्टर और संगठन पदाधिकारी शामिल हुए।
ट्रांसपोर्टर्स का गंभीर आरोप – जान का खतरा, वाहन हो रहे बर्बाद
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सीमेंट निर्माण के दौरान 700 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर तैयार होने वाला क्लिंकर सामान्यतः कूलिंग प्रक्रिया के बाद ही गाड़ियों में लोड किया जाता है। लेकिन अंबुजा सीमेंट कंपनी अब उत्पादन लागत कम करने के उद्देश्य से इस गर्म क्लिंकर को बिना कूलिंग सीधे ट्रकों में भर रही है। इसके कारण ट्रकों के बॉडी और इंजन को भारी नुकसान हो रहा है, साथ ही ड्राइवरों की जान भी खतरे में पड़ रही है।
वर्षों से जारी है लापरवाही – ट्रांसपोर्टर्स का दावा
ट्रांसपोर्टर्स ने कहा कि यह सिलसिला बीते कई वर्षों से जारी है, लेकिन अब नुकसान असहनीय हो गया है। गाड़ियों के जलने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे परिवहन व्यवसायी आर्थिक संकट में हैं। प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है और ट्रांसपोर्टर्स की शिकायतों को नजरअंदाज कर रही है।
किराया वृद्धि पर भी नाराज़गी
प्रदर्शन में एक अन्य अहम मुद्दा किराया वृद्धि को लेकर भी रहा। ट्रांसपोर्टर्स ने आरोप लगाया कि अंबुजा सीमेंट कंपनी ने केवल 1.45% किराया वृद्धि का प्रस्ताव दिया है, वह भी सिर्फ दो महीने की बकाया राशि के साथ। जबकि फरवरी 2023 से लेकर मार्च 2025 तक लगभग 27 महीनों के एरियर की बात की जा रही है, जहां ट्रांसपोर्टरों की मांग के अनुसार लगभग 6% किराया वृद्धि बनती है।

प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि चेसिस, टायर्स, इंश्योरेंस और अन्य वाहन संबंधित लागतों में भारी इज़ाफा हुआ है। साथ ही गाड़ियों की डिप्रीशिएशन वैल्यू को भी किराया निर्धारण में शामिल किया जाना चाहिए था, जो कंपनी द्वारा पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है।
संगठन पदाधिकारियों की भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन में कई वरिष्ठ नेता और संगठन प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इनमें लैंड लूज़र के पूर्व प्रधान रामकृष्ण शर्मा, भागीरथ ठाकुर, विजय ठाकुर, जयदेव ठाकुर, अमरचंद गजपति, एसडीटीओ के नीलम भारद्वाज, विजेंद्र, ऋषिदेव प्रधान, एटीटीओयू नरेश कुमार, नरेंद्र हांडा, हेमंत कुमार, एडीकेएम के हेमराज ठाकुर और ओमप्रकाश शामिल रहे।
निष्कर्ष
दाड़लाघाट में ट्रांसपोर्टर्स का यह आंदोलन न केवल उनकी सुरक्षा और अधिकारों की लड़ाई है, बल्कि उद्योगों की जवाबदेही को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। ट्रांसपोर्टर्स की मांग है कि कंपनी क्लिंकर लोडिंग से पहले पूरी तरह कूलिंग प्रक्रिया अपनाए और न्यायसंगत किराया वृद्धि लागू करे। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा। दाड़लाघाट सीमेंट विरोध, अंबुजा सीमेंट क्लिंकर विवाद, ट्रांसपोर्टर धरना, क्लिंकर बिना कूलिंग, क्लिंकर से गाड़ियां जलीं, अंबुजा सीमेंट ट्रांसपोर्टर्स प्रोटेस्ट,