#Uttrakhand

जुलाई से बंद होगा ऋषिकेश का नीरगढ़ झरना, मानसून में बढ़ता है जान का खतरा |

1 जुलाई से बंद होगा ऋषिकेश का नीरगढ़ झरना, मानसून में बढ़ता है

ऋषिकेश, उत्तराखंड:
प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्वविख्यात ऋषिकेश का नीरगढ़ झरना आगामी 1 जुलाई से पर्यटकों के लिए बंद किया जा सकता है। यह निर्णय मानसून सीजन में झरने के जल प्रवाह के अत्यधिक बढ़ने और ट्रेकिंग मार्ग पर फिसलन के चलते पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। वन विभाग ने नीरगढ़ झरना ईको विकास संचालन समिति को इस बाबत अलर्ट किया है, जिसके बाद समिति ने झरना बंद करने पर सहमति जताई है। आधिकारिक घोषणा अगले दो दिनों में की जाएगी।

मानसून में बढ़ जाता है खतरा

नीरगढ़ झरना, जो कि ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे के समीप स्थित है, सालभर देश-विदेश से आने वाले हजारों पर्यटकों का पसंदीदा स्थल है। गर्मियों के मौसम में विशेष रूप से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी राज्यों से बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंचते हैं। लेकिन, जैसे ही मानसून दस्तक देता है, झरने का जल प्रवाह कई गुना बढ़ जाता है, जिससे पर्यटकों के बह जाने या चोटिल होने की संभावना बढ़ जाती है।

ट्रेकिंग भी हो जाती है जोखिम भरी

नीरगढ़ झरने तक पहुंचने के लिए लगभग 2 से 2.5 किलोमीटर लंबा ट्रेक करना होता है, जो मानसून के दौरान अत्यधिक फिसलन भरा और दलदली हो जाता है। इस दौरान ट्रेकिंग करना ना सिर्फ कठिन होता है, बल्कि खतरनाक भी साबित हो सकता है। वन क्षेत्राधिकारी विवेक जोशी ने जानकारी दी कि झरना और ट्रेक दोनों ही मानसून में पर्यटकों के लिए असुरक्षित हो जाते हैं, इसलिए हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी झरना बंद किया जाएगा।

वन विभाग और समिति सतर्क

वन विभाग द्वारा झरना संचालन समिति को पत्र भेजकर पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और मानसून के दौरान उचित निर्णय लेने का अनुरोध किया गया था। इसके बाद झरना संचालन समिति ने 1 जुलाई से झरने को बंद करने का निर्णय लिया है। हालांकि, अंतिम निर्णय की आधिकारिक घोषणा दो दिनों में की जाएगी।

पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोपरि

नीरगढ़ झरना ईको विकास संचालन समिति के अध्यक्ष सूरज सिंह नेगी ने कहा, “मानसून के आगमन को देखते हुए नीरगढ़ झरने को शीघ्र बंद किया जाएगा। समिति पर्यटकों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है। तारीख तय हो चुकी है, केवल औपचारिक घोषणा बाकी है।”

निष्कर्ष

उत्तराखंड में मानसून के दौरान अक्सर झरनों और नदियों में जलस्तर अचानक बढ़ जाता है, जिससे जान-माल का खतरा बना रहता है। नीरगढ़ झरने को समय रहते बंद करना प्रशासन की एक सावधानीपूर्वक और जिम्मेदार पहल है। पर्यटकों से अपील की गई है कि वे मौसम को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनाएं और किसी भी खतरे की स्थिति में प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।


नीरगढ़ झरना बंद, Rishikesh waterfall closed, Neer Garh waterfall news, ऋषिकेश मानसून ट्रेकिंग, नीरगढ़ वॉटरफॉल ट्रेकिंग बंद, Rishikesh tourist places monsoon, उत्तराखंड झरना हादसा, पर्यटक स्थल ऋषिकेश अपडेट,

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *